स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता' (4S) के लिए 15 दिवसीय राष्ट्रीय सामाजिक एकजुटता अभियान

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स्वच्छ भारत के लिए शुरू होने जा रहे व्यापक अभियान की घोषणा के साथ हीस्वभाव परिवर्तन को बढ़ावा देने और श्रमदान के माध्यम से जन भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक पखवाड़े में होने वाली गतिविधियों की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वर्ष 2017 से शुरू हुआ स्वच्छता ही सेवा’ (SHS) अभियान हर साल स्वच्छ भारत दिवस आगमन से पहले आयोजित किया जाता हैजो 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में श्रद्धांजलि के रूप में मनाया जाता है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) यह अभियान पेयजल और स्वच्छता विभागजल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से संयुक्त रूप से चला रहा है। स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता’ (4S) की थीम पर आधारित यह अभियान 17 सितंबर से शुरू होगा और अक्टूबर 2024 को समाप्त होगा।

15 अगस्त 2014 को लाल किले की ऐतिहासिक प्राचीर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से स्वच्छ भारत के लिए योगदान देने का प्रमुखता से आह्वान किया था। इस मिशन की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को संपूर्ण समाज’ के दृष्टिकोण के साथ हुईजिसमें स्वच्छता को हर किसी का कर्तव्य बनाते हुए सरकार के सभी अंगों को जोड़ा गया। इस वर्ष स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ की 10वीं वर्षगांठ भी हैजो इस अवसर को और भी महत्वपूर्ण बनाती है।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में देशभर के  नागरिकों के स्वभाव में समा रहे स्वच्छता के संस्कारों पर ध्यान आकर्षित किया। इन्हीं विचारों से आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष का विषय - स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता (4S) 2024 भी स्वभाव परिवर्तन को बढ़ावा देने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम का प्रतिनिधित्व करता है। यह स्वच्छता को दैनिक आदतों और सांस्कृतिक रीति-रिवाजों में शामिल करने पर जोर देता है और स्वच्छता के प्रति एक बदलते हुए दृष्टिकोण को दैनिक जीवनशैली के अहम हिस्से के रूप में प्रोत्साहित करता है।

स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता (4S) 2024 को तीन प्रमुख स्तंभों पर आधारित रखा गया है। इसमें (i) स्वच्छता की भागीदारी - जन भागीदारी, स्वच्छ भारत के लिए जागरूकता और बढ़ावा देने वाली गतिविधियां, (ii) संपूर्ण स्वच्छता – व्यापक स्वच्छता अभियान और स्वच्छता लक्षित इकाइयों (CTU) जैसे चुनौतीपूर्ण और सर्वाधिक गंदे स्थानों का समयबद्ध परिवर्तन और (iii) सफाई मित्र सुरक्षा शिविर - सिंगल विंडो सेवा, सफाई कर्मचारियों के कल्याण और स्वास्थ्य जांच के लिए सुरक्षा और सम्मान शिविर शामिल हैं।

अभियान में ‘संपूर्ण समाज’ के दृष्टिकोण को अपनाते हुए, इसमें नागरिकों, उद्योगों, गैर सरकारी संगठनों, विकास संगठनों, कॉर्पोरेटर्स, पंचायत समिति के सदस्य, ग्राम पंचायत, जिलों आदि से भी सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा की गई है। ‘संपूर्ण सरकार’ के दृष्टिकोण के अंतर्गत अभियान सरकार के सभी अंगों – राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों, मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रालयों, शहरी स्थानीय निकायों, राज्यों की क्षेत्रीय इकाइयों और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के शामिल होने की उम्मीद है।

तैयारियों से संबंधित गतिविधियों के एक हिस्से के रूप में, केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता (4S) 2024 अभियान के लिए चल रही तैयारियों का आकलन और समीक्षा करने के लिए MoHUA और DDWS के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। व्यापक सार्वजनिक अभियान का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन सुव्यवस्थित करने के लिए, MoHUA और DDWS के सचिवों ने केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के शहरी, उद्योग एवं विकास भागीदार और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ बैठक की। तैयारियों के स्तर का आकलन करने और प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए राज्यों के साथ अतिरिक्त समीक्षा बैठकें आयोजित की जा रही हैं।

स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता (4S) अभियान और स्वच्छ भारत दिवस के उपलक्ष्य में तैयारियों की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्री श्री एम. एल. खट्टर ने राज्य मंत्री श्री तोखन साहू और केंद्रीय मंत्रालयों के सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

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